भारत के सूबेदार के बेटे की दर्दनाक मौत: परिजनों की न्याय की गुहार और पुलिस की लापरवाही

Spread the love

रीवा जिले के रामनई से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक भारतीय सैनिक के बेटे की मौत ने पूरे परिवार को गहरे दुख और न्याय की उम्मीद में डाल दिया है। यह मामला 15 अगस्त को तब सामने आया जब सूबेदार नरेंद्र द्विवेदी के बेटे, दिव्याशु द्विवेदी का शव एक एकांत पहाड़ के पास पानी में बरामद हुआ।

दिव्याशु के परिवार का कहना है कि उनके बेटे को सुबह 6:30 बजे स्कूल ले जाने के बहाने उनके दोस्त स्वेत तिवारी, ध्रुव शर्मा, शिवांशु शर्मा और सुधांशु चौधरी ने गाड़ी में बिठा लिया था। इसके बाद से दिव्याशु के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। दिव्याशु की बहन, आरती द्विवेदी, ने स्वेत तिवारी को लगातार कॉल किया लेकिन उन्हें गुमराह किया जाता रहा। कभी पेट्रोल भराने का बहाना बनाया गया तो कभी अन्य झूठे बहाने प्रस्तुत किए गए।

समय बीतने के साथ-साथ आरती ने स्वेत तिवारी पर दबाव डालना शुरू किया और धमकी दी कि अगर उनके भाई का पता नहीं चला तो वह पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कर देगी। इस दबाव के बाद, स्वेत तिवारी ने घटना स्थल का पता बताया। पुलिस ने जब मौके पर जाकर छानबीन की, तो दिव्याशु का शव पानी में तैरता हुआ पाया गया। इस घटना ने पूरे इलाके में हाहाकार मचा दिया।

परिजनों का कहना है कि दिव्याशु को पानी से हमेशा डर लगता था और वह कभी भी नदी या तालाब के पास नहीं जाता था। यह स्थिति यह सवाल उठाती है कि आखिर इस तरह की घटना कैसे घटी और इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं।

अब दिव्याशु के परिजन न्याय की गुहार लगाते हुए दिन-रात तड़प रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए और वे इस दर्दनाक घटना के पीछे छुपे असली कारणों का पता लगाना चाहते हैं।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, यह आवश्यक हो गया है कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच करें ताकि दिव्याशु के परिवार को उचित न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।