रीवा में नशा मुक्ति केंद्र में डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या: 5 पर हत्या का केस
रीवा, मध्य प्रदेश: रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पद्मधार कॉलोनी में स्थित न्यू संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में एक चिकित्सक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। यह घटना सोमवार, 19 अगस्त 2024 की दोपहर करीब 3 बजे हुई। चिकित्सक की पहचान रूद्र सेन गुप्ता (53) के रूप में की गई है, जो कृष्णा नगर निवासी थे और नशा मुक्ति केंद्र में ढाई साल से कार्यरत थे।
घटना का विवरण:
पुलिस के अनुसार, चिकित्सक रूद्र सेन गुप्ता पर आरोप था कि उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र की संचालक की पत्नी से बातचीत की थी, जिससे संचालक निलेश तिवारी और उसके साथियों में नाराजगी पैदा हो गई। इस नाराजगी के चलते, संचालक और उसके रिश्तेदारों ने मिलकर चिकित्सक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। रूद्र सेन गुप्ता को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना के तुरंत बाद सिविल लाइन विश्वविद्यालय और अमहिया थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की। पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें नशा मुक्ति केंद्र के संचालक निलेश तिवारी, शशांक तिवारी, और प्रियंका तिवारी शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने हत्या का केस दर्ज करते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया है।
एफएसएल और पुलिस की जांच:
पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और एफएसएल टीम ने सबूतों की जांच शुरू कर दी है। इस बीच, दो अन्य आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र को सील कर दिया है और वहां की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है।
घटनास्थल की स्थिति:
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा नशा मुक्ति केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। घटनास्थल की जांच के दौरान पुलिस ने सभी संभावित सबूतों को एकत्रित किया और केंद्र की पिछले रिकॉर्ड्स की भी समीक्षा की जा रही है।
समाज पर प्रभाव:
यह घटना न केवल रीवा बल्कि पूरे प्रदेश में नशा मुक्ति केंद्रों की सुरक्षा और संचालन पर सवाल खड़ा करती है। ऐसे मामलों के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, यह जरूरी हो गया है कि नशा मुक्ति केंद्रों में चिकित्सकों और कर्मचारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और ऐसे केंद्रों की निगरानी सख्त की जाए।
रीवा में घटित इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि नशा मुक्ति केंद्रों के संचालन में पारदर्शिता और सुरक्षा की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है। पुलिस की जांच जारी है और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।