स्कूल में रंगरेलियां मनाते पकड़े गए कुक और ठेकेदार का पति, बच्चों ने देखा तो मच गया बवाल

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रीवा: रीवा जिले में एक स्कूल में घटी शर्मनाक घटना ने न केवल शिक्षा के मंदिर की गरिमा को धूमिल किया है, बल्कि पूरे इलाके में हड़कंप भी मचा दिया है। इस घटना से जुड़ी जानकारी के अनुसार, मध्यान भोजन की संचालिका के पति और स्कूल में भोजन बनाने वाली महिला को अश्लील स्थिति में पकड़ा गया। इस घटना की जानकारी कुछ बच्चों ने देख ली, जिसके बाद पूरे स्कूल में बवाल मच गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण

रीवा जिले के एक स्कूल में यह वाकया तब सामने आया जब बच्चों ने स्कूल परिसर में मध्यान भोजन की संचालिका के पति और भोजन बनाने वाली महिला को अश्लील अवस्था में देखा। बच्चों ने तुरंत इस घटना की सूचना स्कूल प्रिंसिपल को दी, जो इस प्रकार के गंभीर मामले को लेकर बेहद चिंतित थे। प्रिंसिपल ने तत्परता दिखाते हुए इस घटना की जानकारी ग्राम सरपंच को लिखित में दी और सख्त कार्रवाई की मांग की।

जिला कलेक्टर का त्वरित हस्तक्षेप

घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर डॉ. प्रतिभा पाल ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। इस कदम ने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ प्रशासन गंभीर है और दोषियों को सजा दिलवाएगा।

स्कूल परिसर में उथल-पुथल

घटना के बाद, जब लोकल मीडिया की टीम ने स्कूल का दौरा किया, तो उन्होंने देखा कि आरोपित महिला प्रिंसिपल के साथ सार्वजनिक रूप से गाली-गलौज कर रही थी। महिला ने प्रिंसिपल को धमकाते हुए यह भी कहा कि केवल वही व्यक्ति स्कूल परिसर में आ सकता है, जिसका बच्चा स्कूल में पढ़ रहा हो। यह स्थिति उस समय और भी गंभीर हो गई जब महिला के साथ आरोपित पुरुष भी वहां पहुंच गया और दोनों ने मिलकर स्कूल स्टाफ और प्रिंसिपल के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस शर्मनाक घटना ने स्कूल स्टाफ, बच्चों के अभिभावकों और गांव वालों के बीच नाराजगी और आक्रोश पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल विद्यालय की छवि को खराब करती हैं बल्कि बच्चों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। वे चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और स्कूल की शैक्षणिक वातावरण में सुधार हो सके।

निष्कर्ष

इस पूरे घटनाक्रम ने स्पष्ट कर दिया है कि स्कूल जैसे संस्थानों में इस प्रकार की अनुशासनहीनता और अश्लीलता के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। जिला प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम और कार्रवाई की मांग ने यह दर्शाया है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि दोषियों के खिलाफ कितनी तेजी से और प्रभावी कार्रवाई की जाती है।